अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण

बाह्य सहायतिक परियोजनाएं

वाह्य सहायतित कार्यक्रम (विश्व बैंक सहायतित)

उत्तर प्रदेश में विश्व बैंक द्वारा संचालित PREPARE (Programme to Establish Pilots for Access through Renewable Energy) योजना के माध्यम से प्रदेश के अविद्युतीकृत अथवा विद्युतीकृत ग्रामों में विद्युतीकरण किया जा सकता है। विद्युतीकृत ग्रामों, जहॉ पर पीक-आवर्स में विद्युत सुलभ नहीं हो पाती है अथवा अपर्याप्त विद्युत सुलभ हो पाती है तथा ग्रामवासियों द्वारा केरोसिन/डीजल जेनरेटर के माध्यम से विद्युत सुविधा प्राप्त की जाती है, में इस परियोजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। विद्युत की उपलब्धता सुलभ होने से डीजल की खपत लगभग समाप्त होगी जिससे पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी। योजना का क्रियान्वयन पी.पी.पी. मोड में, निजी विकासकर्ता के माध्यम से किया जाएगा। निजी विकासकर्ता का चयन वीजीएफ आधारित होगा। विद्युत उत्पादन हेतु तकनीकी निर्धारण निजी विकासकर्ता द्वारा किया जाएगा। निजी विकासकर्ताओं को आकर्षित करने के उद्देश्य से ग्राम-समूह आधारित माडल अपनाया जाएगा, जिससे निजी विकासकर्ताओं द्वारा आवश्यकतानुसार मिनी ग्रिड पावर प्लाण्टों की क्षमता में वृद्वि करते हुए अधिकाधिक उपभोक्ताओं (घरेलू अथवा कमर्शियल) को विद्युत सुविधा सुलभ कराई जा सकेगी।

योजना क्रियान्वयन हेतु आव’यक अनुदान की व्यवस्था नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) भारत सरकार के पूंजीगत अनुदान वि’व बैंक के माध्यम से एवं ग्लोबल एनवायरनमेंट फण्ड (जी.ई.एफ.) से की जाएगी। उक्त हेतु विश्व बैंक द्वारा 10 मिलियन यूएस डॉलर एवं एमएनआई द्वारा समान अनुदान धनराशि से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई गई जाएगी। इसके अतिरिक्त वि’व बैंक द्वारा टेक्निकल सपोर्ट एवं कैपेसिटी बिल्डिंग हेतु धनराशि 2.8 मिलियन यूएस डॉलर की वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। योजना क्रियान्वयन में राज्य का कोई वित्तीय उपाशय निहित नहीं होगा। मिनी ग्रिड प्लाण्ट की स्थापना के उपरान्त प्लाण्ट के संचालन एवं रखरखाव का उत्तरदायित्व निजी विकासकर्ता का होगा।