अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण

सोलर तापीय

1. सोलर वाटर हीटर-



सोर जल तापक संयंत्र गरम पानी उपलब्ध कराने का एक ऐसा संयंत्र है जिसमें सूर्य की ऊर्जा को तापीय ऊर्जा में परिवर्तित कर पानी गर्म करने के उपयोग में लाया जाता है। इस संयंत्र के उपयोग से विद्युत ऊर्जा की बचत होती है। सोलर वाटर हीटर फ्लैट प्लेट कलेक्टर (एफपीसी) एवं इवैकुएटेड ट्यूब कलेक्टर (ईटीसी) के साथ उपलब्ध है। सोलर वाटर हीटर न्यूनतम 100 लीटर प्रतिदिन एवं 60-80 डिग्री सेल्सियस तक गरम करने की क्षमता में उपलब्ध है। आवश्यकतानुसार इसे किसी भी क्षमता में स्थापित किया जा सकता है। घरेलू / औद्योगिक / संस्थागत आदि लाभार्थियों द्वारा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), भारत सरकार में चैनल पार्टनर अथवा इस क्षेत्र में कार्य कर रही फर्मों से सीधे संयंत्रों की स्थापना का कार्य कराया जा सकता है। 100 लीटर एफपीसी संयंत्र की लागत लगभग रु. 30000/- से 35000/- तथा ईटीस संयंत्र की लागत लगभग रु. 20000/- से 25000/- आती है तथा 4 से 5 व्यक्तियों के स्नान हेतु पर्याप्त गरम पानी प्रदान करता है। एमएनआरई, भारत सरकार द्वारा 01 अक्टूबर, 2014 के उपरान्त अनुदान की सुविधा बन्द कर दी गई है।


2. कन्सन्ट्रेटेड सोलर थर्मल टेक्नोलाजी आधारित संयंत्र-



सामुदायिक भोजन पकाने हेतु वर्तमान में कन्सन्ट्रेटेड सोलर थर्मल तकनीक का इस्तेमाल कर सोलर स्टीम कुकिंग संयंत्र स्थापित कराये जाते हैं। कन्सन्ट्रेटेड सोलर थर्मल तकनीक का प्रयोग औद्योगिक प्रतिष्ठानों में विभिन्न प्रकार की हीटिंग एवं कूलिंग प्रोसेस में भी प्रयोग किया जा सकता है जिससे बड़ी मात्रा में परम्परागत ऊर्जा के स्रोतों की बचत की जा सकती है। संयत्र की स्थापना पर एमएनआरई भारत सरकार द्वारा वेंन्च मार्क प्राईस का 30 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही लाभ कमाने वाली संस्थाओं को 80 प्रतिशत डिप्रिशेयशन की सुविधा उपलब्ध है।
वर्तमान में केजीएमयू, लखनऊ में 3000 व्यक्तियों का भोजन पकाये जाने हेतु सोलर स्टीम कुकिंग संयंत्र की स्थापना कराई गई है जिसमें 16 वर्गमीटर की 30 डिशेज का प्रयोग किया गया है। संयंत्र की लागत रु .99.5 लाख है।