राईस हस्क अथवा अन्य एग्रो रेजीड्यूज का उपयोग कर कम्बस्शन तकनीक पर आधारित मेगावाट
क्षमता के को–जनरेशन पावर प्रोजेक्ट्स विभिन्न उद्योगों में स्थापित किये जाते हैं।
यह परियोजना उन उधोगों में लगायी जाती है जहाँ थर्मल ऊर्जा (प्रोसेस स्टीम) तथा विद्युत
ऊर्जा की आवश्यकता होती है यथा पल्प एवं पेपर मिल्स आदि की थर्मल एवं इलेक्ट्रिकल ऊर्जा
की माँग को पूरा कर सकते हैं। विभिन्न पेपर मिलों में नान–बगास बेस को-जनरेशन पावर
प्रोजेक्ट की स्थापना को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
यह परियोजना उन उधोगों में लगायी जाती है जहाँ थर्मल ऊर्जा (प्रोसेस स्टीम) तथा विद्युत
ऊर्जा की आवश्यकता होती है यथा पल्प एवं पेपर मिल्स आदि की थर्मल एवं इलेक्ट्रिकल ऊर्जा
की माँग को पूरा कर सकते हैं। विभिन्न पेपर मिलों में नान–बगास बेस को-जनरेशन पावर
प्रोजेक्ट की स्थापना को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्ष 2013–14 के अन्त तक विभिन्न
उधोगों में मुख्यतः पेपर मिलों में नान बगास बायोमास बेस्ड को-जनरेशन पावर प्रोजेक्टृस
की स्थापना से 201-10 मेगावाट क्षमता सृजित की गयी है। वर्ष 2014–15 में 9-15 मेगावाट
प्रस्ताव प्राप्त हुए है‚ जिन पर कार्यवाही की जा रही है।