बगास के अलावा अन्य बायोमास (एग्रो– रेजीड्यूज) का उपयोग कर विभिन्न तकनीकियों (गैसीफिकेशन‚
सह–उत्पादन तथा कम्बस्शन) पर आधारित विभिन्न क्षमता के पावर प्लान्ट्स स्थापित किये
जाने की काफी संभावनाएं हैं। टेरी की एक रिर्पोट के अनुसार प्रदेश में बायोमास द्वारा
लगभग 3757 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता का पोटेन्शियल आंका गया है। इस तरह के प्रोजेक्ट्स
की स्थापना हेतु प्रोजेक्ट्स की वास्तविक क्षमता के आंकलन हेतु क्षेत्रीय आधार पर विशिष्ट
सर्वेक्षण आवश्यक है। प्रदेश में बगास के अतिरिक्त अन्या बायोमास पर आधारित पावन प्रोजेक्ट्स
की अधतन स्थिति निम्नवत् है:-
बगास के अलावा अन्य बायोमास (एग्रो– रेजीड्यूज) का उपयोग कर कम्बस्शन तकनीक पर आधारित
बड़ी क्षमता (मेगावाट क्षमता) के पावर प्रोजेक्ट्स‚ जिनसे उत्पादित विद्युत को मुख्यतः
पावर कार्पोशन को बेचे जाने का प्राविधान होता है‚ की स्थापना के प्रयास भी विगत वर्षों
में आरम्भ किये गये। इस तरह की तीन परियोजनायें प्रदेश में स्थापित की जा चुकी है‚
जिनकी कुल क्षमता 38 मेगावाट है।
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